नीट में अधिकतम मौकों की सीमा हटाई गई– जाने नए नियम
एनईईटी एक राष्ट्रीय स्तर की मेडिकल
प्रवेश परीक्षा हैं , जिसे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित किया
जाता हैं | इस परीक्षा के माध्यम से
छात्रों को एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाता हैं | एनईईटी को सर्वप्रथम
वर्ष 2013 में आयोजित किया गया था | छात्रों को एमबीबीएस और
बीडीएस चिकित्सा कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करने हेतु एनईईटी परीक्षा में पास होना अनिवार्य होता है | हाल
ही में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने नीट परीक्षा में बैठने हेतु तीन अवसरों की बाध्यता समाप्त कर दी
है ,और नए नियमों के अनुसार छात्र 25 वर्ष तक परीक्षा में बैठ सकते है | इसके बारे
में आपको विस्तार से इस पेज पर बताने जा रहे है |
प्रवेश परीक्षा हैं , जिसे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित किया
जाता हैं | इस परीक्षा के माध्यम से
छात्रों को एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाता हैं | एनईईटी को सर्वप्रथम
वर्ष 2013 में आयोजित किया गया था | छात्रों को एमबीबीएस और
बीडीएस चिकित्सा कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करने हेतु एनईईटी परीक्षा में पास होना अनिवार्य होता है | हाल
ही में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने नीट परीक्षा में बैठने हेतु तीन अवसरों की बाध्यता समाप्त कर दी
है ,और नए नियमों के अनुसार छात्र 25 वर्ष तक परीक्षा में बैठ सकते है | इसके बारे
में आपको विस्तार से इस पेज पर बताने जा रहे है |
एनईईटी में तीन अवसरों की बाध्यता समाप्त
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रस्ताव पर एमसीआई ने अपनी सहमति दी है, कि एमबीबीएस
में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए तीन अवसरों की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया
है ,और नए नियमो के आधार पर प्रत्येक छात्र 25 वर्ष की उम्र तक इस परीक्षा में बैठ
सकते है | इससे पूर्व नीट में आवेदन करने हेतु एज लिमिट निश्चित की गई थी ,और
एग्जाम में शामिल होने के लिए अधिकतम तीन अटेंप्ट नियमों का पालन करना पड़ता था | एमसीआई
द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार नीट परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए सामान्य
वर्ग हेतु 25 वर्ष और अजा० ,जजा० ,अन्य पिछड़ा वर्ग तथा विकलांगो हेतु 30 वर्ष की
आयु सीमा निर्धारित की गई है |
में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए तीन अवसरों की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया
है ,और नए नियमो के आधार पर प्रत्येक छात्र 25 वर्ष की उम्र तक इस परीक्षा में बैठ
सकते है | इससे पूर्व नीट में आवेदन करने हेतु एज लिमिट निश्चित की गई थी ,और
एग्जाम में शामिल होने के लिए अधिकतम तीन अटेंप्ट नियमों का पालन करना पड़ता था | एमसीआई
द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार नीट परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए सामान्य
वर्ग हेतु 25 वर्ष और अजा० ,जजा० ,अन्य पिछड़ा वर्ग तथा विकलांगो हेतु 30 वर्ष की
आयु सीमा निर्धारित की गई है |
नीट में सामान्य वर्ग को प्राप्त हुए 9 अवसर
नीट परीक्षा में बैठने के लिए एमसीआई द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार ,यदि
कोई सामान्य वर्ग का छात्र 17 वर्ष की उम्र से परीक्षा में सम्मिलित होना प्रारंभ
करता है ,तो उन्हें 9 अवसरों की प्राप्ति होगी ,और आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों
को कुल 14 अवसर प्राप्त होंगे | इससे पूर्व में छात्र को नीट परीक्षा में सम्मिलित
होने के लिए 25 वर्ष की आयु में मात्र तीन
अवसर प्राप्त होते थे |
कोई सामान्य वर्ग का छात्र 17 वर्ष की उम्र से परीक्षा में सम्मिलित होना प्रारंभ
करता है ,तो उन्हें 9 अवसरों की प्राप्ति होगी ,और आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों
को कुल 14 अवसर प्राप्त होंगे | इससे पूर्व में छात्र को नीट परीक्षा में सम्मिलित
होने के लिए 25 वर्ष की आयु में मात्र तीन
अवसर प्राप्त होते थे |
मित्रो,
नीट परीक्षा में एमसीआई द्वारा दिए गये अवसरों के बारे में हमनें
आपको बताया,
इस प्रकार की ढेरो जानकारियां ,मोटिवेशनल आर्टिकल, करियर टिप्स, एजुकेशनल न्यूज़ ,हमारे पोर्टल sarkarinaukricareer.in
पर आपके लिए उपलब्ध हैं |
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