स्टार्टअप में हुई सबसे ज़्यादा भर्तियां फ्रेश ग्रेजुएट को मिले मौके

स्टार्टअप में हुई सबसे ज़्यादा भर्तियां
फ्रेश ग्रेजुएट को मिले मौके

आज के युग में लगभग प्रत्येक व्यक्ति अच्छी नौकरी की कल्पना करता है | हमारे देश में अधिकांश युवक शिक्षित होने के बाद भी बेरोजगार है, इस बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे है, हाल
ही में भारत में टॉप स्‍टार्टअप्‍स कंपनि‍यों द्वारा भर्ति‍यां शुरू हुई हैं , जिनमे
सबसे ज्यादा नौकरि‍यां फ्रेश ग्रेजूएट्स के लिए है | 

भारत में टॉप स्‍टार्टअप्‍स कंपनिया लगभग एक अरब डॉलर से ज्‍यादा की वैल्‍यूएशन
वाली हैं, जि‍नहें यूनि‍कॉर्न कहा जाता है
इन टॉप स्‍टार्टअप्‍स कंपनि‍यों में कई कंपनिया है जैसे – स्‍नैपडील,
पेटीएम, शॉपक्‍लूज और
फ्लि‍पकार्ट आदि है | इन कंपनियों में फ्रेश ग्रेजूएट्स को प्राथमिकता दी जा रही
है | इन कंपनियों द्वारा दी जा रही नौकरियों के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहें
है |



फ्रेश ग्रेजुएट हेतु सुनहरा अवसर
नौकरी क्षेत्र से जुड़े वैश्विक जॉब पोर्टल इनडीड इंडि‍या के एमडी शशि‍ कुमार के
अनुसार यूनि‍कॉर्नस की ओर से की गई सभी नौकरि‍यों में से आधी से ज्‍यादा फ्रेश
ग्रेजूएट्स को मि‍ली हैं । यह फ्रेशर्स के लिए काफी प्रोत्‍साहि‍त करने वाली बात
है, जो अपने करि‍यर की शुरुआत यंग कंपनियों के साथ  कर रहे हैं ,और स्‍टार्टअप इकोसि‍स्‍टम का हि‍स्‍सा
बन रहे हैं | इन स्टार्टअप कंपनियों में नौकरी के सबसे अधिक मौके दिल्ली एनसीआर
क्षेत्र में है । स्टार्टअप्स द्वारा पेशकश की गई 90 फीसदी नौकरियों में से 83
फीसदी वैकेंसी दिल्ली एनसीआर के लिए है ।


किस कंपनी ने की कितनी भर्तिया 
जॉब पोस्‍टिंग में स्‍नैपडील सबसे आगे चल रही है । स्‍नैपडील की ओर 53 फीसदी
जॉब पोस्‍टिंग हुई । इसके बाद 23 फीसदी के साथ पेटीएम का नंबर है । इस लि‍स्‍ट में
शॉपक्‍लूज 11 फीसदी
, फ्लि‍पकार्ट 4 फीसदी, जोमैटो 4 फीसदी, ओला कैब्‍स 3 फीसदी और
इनमोबि‍ 2 फीसदी, ‍ शामि‍ल हैं । इसमें टॉप 4 कंपनि‍यां की टोटल हायरिंग में 90
फीसदी की हिस्सेदारी है
|


31 अक्टूबर 2016 से 31 अक्टूबर 2017 के मध्य भर्तियां 

स्टार्टअप
भर्तियां 
स्‍नैपडील
53 %
पेटीएम
23 %
शॉपक्‍लूज
11 %
फ्लि‍पकार्ट
04 %
जोमैटो
04 %
ओला कैब्‍स
03 %
इनमोबि‍
02 %
कॉन्‍ट्रैक्‍ट पर हायरिंग
इन कंपनि‍यों में कॉन्‍ट्रैक्‍चुअल हायरिंग का ट्रेंड है । यह उन लोगों के लि‍ए
बेहतर है ,जो लोग अपनी लाइफ और वर्क  दोनों
के मध्य बैलेंस बनाकर रखना चाहते हैं । भारतीय ई-कामर्स बाजार के सालाना 30% की दर
से बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है  
| इसके अनुसार यह वर्ष 2026  तक यह बाजार 13 लाख करोड़ तक पहुंच जायेगा |


हमारे देश में स्टार्टअप कंपनियों  द्वारा नौकरी दिए जाने से बेरोजगारी  कुछ प्रतिशत कम हो जाएगी ,और देश के प्रशिक्षित
युवाओ को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा
,साथ ही साथ उन्हें कुछ
नया सीखने को मिलेगा
| यह स्टार्टअप कंपनियां
हमारे देश के युवाओं को आर्थिक मजबूती प्रदान करने में सहायता प्रदान करेंगी |