एडमिशन के बाद IIT की सीट छोड़ी तो नहीं दे
पायंगे दोबारा JEE
Advance Exam
पायंगे दोबारा JEE
Advance Exam
12th पास करने के बाद लगभग छात्र आईआईटी के फॉर्म भरने शुरू कर
देते हैं | 12th पास करते ही अधिकतम छात्र इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना
पसंद करते हैं, और देखा गया है की ज्यादातर अभ्यर्थियों की पहली पसंद इंजीनियरिंग होती है, इंजीनियरिंग में प्रवेश पाने के लिए बहुत मेहनत और परिश्रम
की जरुरत होती है| आईआईटी -जेईई मेन एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है | यह
परीक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित की जाती हैं |
देते हैं | 12th पास करते ही अधिकतम छात्र इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना
पसंद करते हैं, और देखा गया है की ज्यादातर अभ्यर्थियों की पहली पसंद इंजीनियरिंग होती है, इंजीनियरिंग में प्रवेश पाने के लिए बहुत मेहनत और परिश्रम
की जरुरत होती है| आईआईटी -जेईई मेन एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है | यह
परीक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित की जाती हैं |
इस परीक्षा के द्वारा छात्रों को स्नातकीय इंजीनियरिंग / वास्तुकला कार्यक्रमों में प्रवेश मिलता है | जेईई मेन के आधार पर छात्रों को एनआईटी, सीएफटीआईएस और अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश मिलता हैं । जेईई मेन के द्वारा छात्रों को जेईई एडवांस मे बैठने का अवसर मिलेगा | इस पेज पर आगे हम जेईई एग्जाम के द्वारा IIT में एडमीशन लेने के बाद सीट छोड़ने पर क्या प्रतिक्रिया होगी, इसके बारे में पूरी जानकारी प्रदान कर रहे हैं |
प्रवेश के पश्चात सीट छोड़ने पर
कई छात्र ऐसे होते हैं जो इस कठिन परीक्षा को पास करने के लिए काफी मेहनत करते
हैं ,और प्रवेश नहीं लेते, ऐसे छात्र जो आईआईटी
परीक्षा में प्रवेश करने के बाद सीट छोड़कर चले जाते है ,उन्हें इस वर्ष जेईई एडवान्स
परीक्षा में सम्मिलित नहीं किया जायेगा | यह घोषणा आईआईटी कानपुर के द्वारा की गई है, क्योंकि ऐसे छात्र सीट को वेस्ट करतें है | वर्ष 2018 में यह टेस्ट पूरी तरह कंप्यूटर बेस्ड होगा, जिसकी
तैयारी पहले से पूरी की जा चुकी है |
हैं ,और प्रवेश नहीं लेते, ऐसे छात्र जो आईआईटी
परीक्षा में प्रवेश करने के बाद सीट छोड़कर चले जाते है ,उन्हें इस वर्ष जेईई एडवान्स
परीक्षा में सम्मिलित नहीं किया जायेगा | यह घोषणा आईआईटी कानपुर के द्वारा की गई है, क्योंकि ऐसे छात्र सीट को वेस्ट करतें है | वर्ष 2018 में यह टेस्ट पूरी तरह कंप्यूटर बेस्ड होगा, जिसकी
तैयारी पहले से पूरी की जा चुकी है |
आईआईटी परीक्षा में प्रवेश
आईआईटी प्रवेश परीक्षा दो हिस्सों में आयोजित की जाती है। एक है मेन और दूसरा एडवांस । आईआईटी के लिए
आवेदन करने वाले बच्चे पहले मेन के लिए आवेदन देते हैं, और इसमें सफल होने वाले
आगे जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होते हैं। जेईई मुख्य परीक्षा में शामिल होने
वाले बच्चों में से केवल शीर्ष 150,000 ही एडवांस परीक्षा में बैठने की पात्रता रखते हैं। यह
परीक्षा मुख्य परीक्षा के कुछ सप्ताह बाद होती है । जेईई मेन की देखरेख सेंट्रल
बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन करता है | जेईई
एडवांस का प्रबंधन आईआईटी के द्वारा होता
है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों में दाखिला
जेईई की मुख्य परीक्षा को आधार मानकर किया जाता है।
आवेदन करने वाले बच्चे पहले मेन के लिए आवेदन देते हैं, और इसमें सफल होने वाले
आगे जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होते हैं। जेईई मुख्य परीक्षा में शामिल होने
वाले बच्चों में से केवल शीर्ष 150,000 ही एडवांस परीक्षा में बैठने की पात्रता रखते हैं। यह
परीक्षा मुख्य परीक्षा के कुछ सप्ताह बाद होती है । जेईई मेन की देखरेख सेंट्रल
बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन करता है | जेईई
एडवांस का प्रबंधन आईआईटी के द्वारा होता
है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों में दाखिला
जेईई की मुख्य परीक्षा को आधार मानकर किया जाता है।
प्रवेश के नए नियम
प्रवेश के लिए सबसे अहम बात यह है की जेईई एडवान्स को क्लियर करने वाले उन्ही
छात्रों को एडमीशन मिलेगा, जिन्होंने 12th में 75 प्रतिशत
अंक प्राप्त किया है | यदि छात्र आरक्षित श्रेणी से है ,उन्हें 65 प्रतिशत अंको के
साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है | ऐसे छात्र जिहोने जेईई- 2017 की परीक्षा उत्तीर्ण
किया और काउन्सलिंग करायी ,तथा अंतिम राउंड की काउन्सलिंग से पहले अपनी सीट कैंसिल
करा कर एडमीशन नहीं लिया | ऐसे छात्र इस वर्ष की जेईई
एडवांस की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं , परन्तु जिन छात्रों नें सीट अलाट होने के पश्चात आईआईटी
में पढ़ाई नहीं किया , उस छात्र को पुनः
परीक्षा में सम्मिलित नहीं किया जायेगा |
छात्रों को एडमीशन मिलेगा, जिन्होंने 12th में 75 प्रतिशत
अंक प्राप्त किया है | यदि छात्र आरक्षित श्रेणी से है ,उन्हें 65 प्रतिशत अंको के
साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है | ऐसे छात्र जिहोने जेईई- 2017 की परीक्षा उत्तीर्ण
किया और काउन्सलिंग करायी ,तथा अंतिम राउंड की काउन्सलिंग से पहले अपनी सीट कैंसिल
करा कर एडमीशन नहीं लिया | ऐसे छात्र इस वर्ष की जेईई
एडवांस की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं , परन्तु जिन छात्रों नें सीट अलाट होने के पश्चात आईआईटी
में पढ़ाई नहीं किया , उस छात्र को पुनः
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दोस्तों, दी गई जानकारी के बाद भी आपके मन में यदि IIT
में एडमीशन को लेकर
कोई सवाल या दुविधा आ रही है तो आप कमेंट बॉक्स की सहायता
से जरूर अपने विचारों को व्यक्त करें | आपके द्वारा दी गई प्रतिक्रिया की हम प्रतीक्षा कर रहें है |
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