-->

Feb 24, 2018

रेलवे भर्ती परीक्षा 2018: आवेदन कर रहे हो तो जान लें इन नए नियमों को जो बदले गये हैं

रेलवे भर्ती परीक्षा 2018:
देश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच रेलवे ने भारी संख्या में भर्तियों का ऐलान किया है |  रेलवे ने टेक्नीशियन और लोको पायलट समेत निचले स्तर के लगभग 90000 पदों पर भर्तियां निकाली हैं | 

इसमें अलग-अलग टेक्निकल डिपार्टमेंट्स में हेल्पर के पदों के लिए भर्तियां निकाली हैं, परन्तु भर्ती नियमो में कुछ ऐसे परिवर्तन किये गये है, जिसके कारण आवेदकों की संख्या में काफी वृद्धि होने की संभावना है, भर्ती से सम्बंधित नियमों में हुए संशोधन के बारे में आपको इस पेज पर विस्तार से बता रहें है |


1.आईटीआई आवश्यक नहीं
नए नियमो के अनुसार, ऐसे छात्र जो 10वीं उत्तीर्ण है, तथा उनके पास आईटीआई सर्टिफिकेट नहीं है, वह भी इस परीक्षा में सम्मिलित हो सकते है, सरकार ने आईटीआई की अनिवार्यता समाप्त करनें का आदेश 22 फरवरी को जारी कर दिया था, जिससे अब 10वीं पास छात्र ग्रुप डी की भर्तियों के लिए आवेदन कर परीक्षा में सम्मिलित हो सकते है ।


2.आयु सीमा में परिवर्तन
सरकार ने आईटीआई सर्टिफिकेट की अनिवार्यता को समाप्त करने के साथ-साथ  ग्रुप डी के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम उम्र सीमा 2 वर्ष  बढ़ाकर 28 से 30 वर्ष कर दिया, जबकि लोको पायलट एवं तकनीशियनों के अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है ।

लेवल 1 पोस्ट के लिए आयु सीमा बढ़ाकर 31 से 33 कर दी गई,  ग्रुप सी के सहायक लोको पॉयलेट व तकनीशियन पद के लिए सामान्य कोटे की अधिकतम आयु सीमा 28 से बढ़कार 30 साल, ओबीसी 31 से बढ़ाकर 33 और एससी-एसटी की 33 से बढ़ाकर 35 कर दी गई है।

इसी तरह ग्रुप डी (लेवल-1) की गैंगमैन, ट्रैकमैन, प्वांइटमैन, फिटर, वेल्डर, पोर्टर, गेटमैन आदि सामान्य कोटे की अधिकतम आयु 31 से बढ़ाकर 33, ओबीसी की 34 से बढ़ाकर 36, एससी-एसटी की 36 से बढ़ाकर 38 साल कर दी गई है ।


3.परीक्षा शुल्क वापस मिलेगा
रेलवे द्वारा इस बार जो भर्तियां निकाली गई हैं, उसमें आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 250 रुपये और अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 500 रुपये परीक्षा फीस रखी गई है, जबकि इससे पहले जो भर्तियां निकाली गई थीं, उनमें अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 100 रुपये फीस रखी गई थी, जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों  को फीस से छूट थी, तथा उन्हें परीक्षा के लिए कोई फीस नहीं देनी होती थी ।

ऐसे में रेलवे भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं में काफी असंतोष था, इस पर पीयूष गोयल ने कहा कि, ऐसा इसलिए किया गया है कि, परीक्षा के लिए गंभीर अभ्यर्थी  ही आवेदन करें, कम शुल्क की वजह से लोग आवेदन कर देते हैं, लेकिन परीक्षा नहीं देते, ऐसे में सरकार को नुकसान होता है |

भर्ती परीक्षा आयोजित करने में सरकार का काफी पैसा खर्च होता है, अगर अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित होता है, तो आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को उनकी पूरी फीस अर्थात  250 रुपये वापस कर दी जाएगी, जबकि अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को 500 रुपये के शुल्क में से 400 रुपये वापस कर दिए जाएंगे ।


4.किसी भी भाषा में कर सकते हैं हस्ताक्षर
हाल ही में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह सपष्ट किया है, कि अभ्यर्थी अपने हस्ताक्षर किसी भी भाषा में कर सकते हैं, जबकि पूर्व में ऐसी खबरें थी,कि हस्ताक्षर  सिर्फ हिन्दी या अंग्रेजी में किया गया ही मान्य होगा,जिसे रेल मंत्री ने सपष्ट कर दिया है |

मित्रों, यहाँ आपको हमनें रेलवे की प्रवेश परीक्षा में परिवर्तित हुए नियमों के बारें  में बताया | यदि इससे सम्बंधित आपके मन में कोई प्रश्न आ रहा है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से व्यक्त कर सकते है | हमें आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया का इंतजार है |

ऐसे ही जानकारी जानने के लिए हमारें पोर्टल पर आप डेली विजिट करके इस तरह की और भी जानकरियाँ प्राप्त कर सकते है | यदि आपको यह जानकारी पसंद आयी हो, तो हमारे facebook पेज को जरूर Like करें, तथा sarkarinaukricareer.in पोर्टल को सब्सक्राइब करें |



Advertisement