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Jan 29, 2018

किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता के लिए मंत्र - क्या करे और क्या ना करे

किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता के लिए मंत्र
किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करनें के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है ,और जब इस बात का सम्बन्ध अपने करियर से हो, तो मेहनत और परिश्रम का महत्व और अधिक बढ़ जाता है | आज के इस प्रतिस्पर्धा युग में अपने कैरियर में सफलता प्राप्त करना अत्यंत कठिन हो गया है, परन्तु अपने निर्धारित किये हुए लक्ष्य से पराजित नहीं होना चाहियें | छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओ में सफलता प्राप्त करने हेतु किन –किन बातों को ध्यान रखना आवश्यक है ? इसके बारें में आपको इस पेज पर विस्तार से बता रहें है |


हमेशा अपने लक्ष्य को याद रखें
हमें अपनें निर्धारित किये हुए लक्ष्य का स्मरण सदेव  रखना चाहियें  ,क्योंकि सामान्यतः विद्यार्थी अपनी पढाई पूरे वर्ष  मन लगाकर करते है ,परन्तु परीक्षा में अच्छे अंक नहीं प्राप्त कर पाते ,  ऐसा इसलिए होता है ,क्योंकि हमारे  दिमाग में यह बात सेट हो जाती है ,कि अपनी परीक्षा में कैसे भी अच्छे नंबर प्राप्त करना है ,परीक्षा समय सिर्फ हमें अच्छे अंक दिखाई देते है ,और अपने निर्धारित लक्ष्य को भूल जाते है | हमें अपनी पढ़ाई परीक्षा में मात्र अच्छे अंक प्राप्त करने से नहीं ,बल्कि करियर को सफलता प्राप्त करने के उद्देश्य से करना चाहिये |




























समय के महत्व को समझें
हमारे जीवन में समय का महत्व बहुत अधिक है ,क्योंकि व्यतीत हुआ समय वापस लौटकर नही आता , अक्सर लोगो को यह कहते हुए सुना जाता है ,कि हमारे पास उस समय वक़्त नही था ,और उस समय हम प्रतियोगी परीक्षा के लिए अपना वक़्त नही दे पाए ,अन्यथा आज हम अच्छे जॉब में होते | 

ऐसी स्थिति हमारे साथ न हो इसके लिए समय के महत्व को समझते हुए पूरी तैयारी के साथ समय का सदुपयोग करना चाहिए और जब हम प्रतियोगी परीक्षा की  तैयारी कर रहे हो तो ,निश्चित ही हमें समय सारिणी बनाकर ,उसके अनुरूप पढ़ना चाहिए  |


पढ़ने के लिए उपयुक्त स्थान का चयन करें
पढ़ाई एक तपस्या के रूप में होती है ,इसलिए  पढ़ाई करने के लिए एक उपयुक्त एवं शांत स्थान का चुनाव करना आवश्यक है | पढ़ाई का स्थान ऐसा होना चाहिए ,जहाँ पूरी एकाग्रता और शांत मन से बैठकर पढ़ा जा सके ,यदि घर छोटा हो या घर में ऐसा कोई उपयुक्त स्थान ना हो तो घर के बाहर किसी शांत जगह या किसी दोस्त के घर अथवा पुस्तकालय में जाकर पढ़ना चाहिये |

अपने ऊर्जा स्तर को बढ़ानें का प्रयास करें 
प्रत्येक छात्र के शारीरिक और मानसिक उर्ज़ा का स्तर अलग-अलग  होता है ,जैसे कुछ लोग सुबह के समय अपने को अधिक फ्रेश और स्फूर्तिवान महसूस करते हैं ,और कुछ शाम को या रात के समय | कुछ लोगों को सुबह उठ कर पढ़ा हुआ ज्यादा याद रहता है ,तो कुछ को देर रात को पढ़ा हुआ | जिस समय आप अपने को अधिक उर्ज़ावान महसूस करते हैं, वह समय आप अपनी पढ़ाई के लिए निश्चित रखें ,और अपने उर्जा स्तर को बढानें का प्रयास करें |


मुख्य बिन्दुओं पर अधिक ध्यान केन्द्रित करें
किसी भी टॉपिक को पढ़ते समय हमें अनेक ऐसे बिंदु प्राप्त होते है ,जो परीक्षा की दृष्टिकोण से अत्यधि महत्वपूर्ण होते है ,इसलिए  पढ़ाई करते  समय अपने साथ एक हाईलाइटर पेन रखना चाहियें और महत्वपूर्ण नाम, तिथि, स्थान या वाक्य दिखाई देता है तो उसे हाईलाइट कर लेना चाहियें ,जिससे रिविजन के समय आपको काफ़ी सहायता प्राप्त होगी |


पाठ्यक्रम को छोटे छोटे भागों में विभाजित करें
किसी भी बड़े कार्य को देखकर प्रायः हम भ्रमित हो जाते है ,और वह कार्य  अत्यंत कठिन और असंभव लगता है ,परन्तु जब हम उसी कार्य को छोटे छोटे टुकड़ों में विभाजित कर देते हैं ,तो वही कार्य आसान हो जाता है, ठीक इसी प्रकार पढ़ाई में भी बड़े अध्याय को छोटे भागों में विभाजित कर आसान बनाया जा सकता है | इससे पढ़ना आसान और रुचिकर हो जाता है |

भोजन संतुलित करें
एक पढाई करनें वाले छात्र के लिए संतुलित भोजन आवश्यक है | भोजन का सही तरीका है कि, आप सुबह का नाश्ता , दोपहर का भोजन हल्का और रात का भोजन उससे  हल्का लें | यदि संभव हो तो रात के भोजन में केवल सलाद और द्रव्य पदार्थ ही ग्रहण करें  |


अध्यापकों की सहायता अवश्य लें 
यदि आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न उत्पन्न होता है ,या किसी प्रश्न का उत्तर आपको समझ नहीं आ रहा , तो  बिना संकोच किये हुए अपने अध्यापक से पूछना चाहियें , यह संभव हो सकता है , कि प्रश्न बार बार पूछने पर अध्यापक आपको डांट दें, पर वास्तव में जो विद्यार्थी सीखने की इच्छा रखता है ,उसे सभी अध्यापको द्वारा पसंद किया जाता है और वह उनकी सहायता हेतु सदा तैयार रहते हैं |

स्वयं को प्रोत्साहित करना ना भूले
भ्रम की स्थिति उत्पन्न होने पर जीवन की उन घटनाओं को याद करें, जब आप सफल हुए थे | अपने आप को विश्वास दिलाएं कि ,आप पहले भी कठिन परिस्थितियों एवं परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं ,इस परीक्षा में भी आप ज़रूर अच्छे अंकों के साथ सफल होंगे | इस प्रकार के सकारात्मक विचारों से आपका मनोबल बढ़ेगा और आप परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करनें में सफल होंगे |


परीक्षा में प्रश्नपत्र को ध्यान पूर्वक पढ़ें
अधिकांशतः छात्र परीक्षा में प्रश्न पत्र प्राप्त होते ही ,प्रश्नों के उत्तर लिखना प्रारंभ कर देते है ,जबकि प्रश्नपत्र को कम से कम दो बार ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहियें और पढनें के पश्चात यह सुनिश्चित कर लेंना चाहियें कि, प्रश्न क्या है ? और उसका सही उत्तर क्या होगा ? कई बार छात्र घबराहट में प्रश्न समझ नहीं पाते और उत्तर गलत लिख देते हैं ,इसलिए प्रश्न पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ना आवश्यक है |

प्रश्न के उत्तर ना आने पर अशांत ना हो
यदि परीक्षा में किसी प्रश्न का उत्तर याद करने में कठिनाई हो रही हो तो ,उससे अपने आप को अशांत न करें ,क्योंकि अशांति की स्थिति में आते हुए प्रश्नों के उत्तर भूल सकते है | ऐसी स्थिति में कुछ पल के लिए चुपचाप बैठ जायें और गहरी सांस लें | इससे आपके मन को शांत करने में सहायता मिलेगी , फिर धीरे-धीरे उत्तर याद करने की कोशिश करें | जो भी मुख्य बिंदु याद आये उसे कागज़ पर लिख लें |

मित्रों,यहाँ आपको हमनें प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने हेतु आवश्यक बातों के बारें में बताया | यदि इससे सम्बंधित आपके मन में कोई प्रश्न आ रहा है ,तो कमेंट बाक्स के माध्यम से व्यक्त कर सकते है | हमें आपके द्वारा की गई प्रतिक्रिया का इंतजार है |

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