देश में अपने मान्यता प्राप्त स्कूलों के लिए सीबीएसई द्वारा नए निर्देश जारी किए गये है, जिसके अंतर्गत सीबीएसई नें पहली और दूसरी कक्षा में पढनें वाले बच्चों को गृहकार्य नहीं दिया जाएगा, साथ ही छोटे बच्चों का स्कूल बैग लेकर आना भी अनिवार्य नहीं होगा, सीबीएसई नें इस आदेश का पालन सख्ती से करने के लिए कहा है, इसके बारें में आपक इस पेज पर विस्तार से बता रहें है |
सीबीएसई द्वारा दिए गये निर्देश
सीबीएसई द्वारा दिए गये निर्देशों के अनुसार,स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करनें वाले छात्रों को अब किताबों का भारी-भरकम बोझ नहीं उठाना पड़ेगा, सीबीएसई ने अपने सभी स्कूलों को सर्कुलर जारी करके निर्देश दिए हैं, किसी भी छात्र के स्कूल बैग का वजन इतना नहीं होना चाहिए, जिससे उसके कंधे या पीठ में परेशानी हो, साथ ही बोर्ड नें यह भी स्पष्ट किया है, कि छात्र को घर के लिए लिमिटेड होमवर्क दिया जाए और स्कूल में ही कार्य कराया जाए ।
एक क्लास में हों 30 से ज्यादा नहीं हों विद्यार्थी
सीबीएसई द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार एक क्लास में अधिकतम 30 छात्र ही रखें जाएं, छात्रों की संख्या कम होने के कारण छात्रों का गृहकार्य स्कूल में ही पूरा कराया जा सकेगा, इससे उन्हें भारी बैग का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा, पहली दूसरी कक्षा दो-दो शिक्षक लगाए जाने के निर्देश दिए गये है ।
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सीबीएसई द्वारा जारी दिशा-निर्देश
1.छात्रों को दिए गये गृहकार्य में पुस्तक के स्थान पर सिंगल शीट का प्रयोग करें ।
2.पहली दूसरी कक्षा के छात्रों को लिखित कार्य के स्थान पर ओरल होमवर्क देने में प्राथमिकता दें ।
3.स्कूल में लॉकर सिस्टम की व्यवस्था की जनि चाहिए, जिससे छोटे बच्चों की सभी कॉपियां प्रत्येक दिन उन्हें घर ले जाना न पड़े ।
- गृहकार्य को विद्यालय में कराये जानें का प्रयास करें |
अभिभावकों द्वारा हस्तक्षेप
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अनेक अभिभावाको द्वारा सीबीएसई में लिखित रूप में शिकायत की थी, कि उनके बच्चों के स्कूल बैग काफी भारी हैं, छोटे-छोटे बच्चों के बैग का वजन भी 15-20 किलो है, इससे उन्हें शारीरिक रूप से परशानी होती है, स्कूल से मिलने वाले गृहकार्य के कारण छात्र को अपनी पुस्तकें और कॉपियां प्रतिदिन लानी-ले जाती पड़ती हैं, जिसके परिणाम स्वरुप बोर्ड द्वारा यह निर्देश जारी किए हैं ।
डायरेक्टर द्वारा दी गयी मान्यता
सीबीएसई एकेडमिक रिसर्च, ट्रेनिंग एंड इनोवेशन के डायरेक्टर ने भी स्पष्ट किया है, कि लंबे समय तक भारी स्कूल बैग कैरी करने से बच्चों को कई समस्याए उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए स्कूल बैग का वजन बच्चे के वजन का 10 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए |
यहाँ आपको हमनें यूपी सीबीएसई द्वारा जारी किये हुए नए निर्देशो के बारें में बताया | यदि इससे सम्बंधित आपके मन में कोई प्रश्न या विचार आ रहा है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है | हमें आपके द्वारा की गई प्रतिक्रिया का इंतजार है |
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